Monday, August 4, 2008

वर्जित दान (ग्रहानुसार)

ग्रह किसी जातक का उच्च का अपने घर का हो उस ग्रह की वस्तुओं का दान उस जातक को नहीं करना चाहिए। मान लो किसी जातक का चन्द्र नं. 2, 4 है तो उसे दूध, चावल, चांदी या मोती का दान कभी नहीं करना चाहिए। इसी प्रकार किसी का मंगल् श्रेष्ठ यानि उच्च हो तो उसे मिठाई का दान नहीं करना चाहिए। किसी का सूर्य उच्च का हो उसे गुड या गेहूं का दान नहीं करना चाहिए। बुध श्रेष्ठ वाले को मूंग साबूत, हरा कपड़ा, कलम, फूल, मशरूम (खुम्ब) तथा घड़ा आदि का दान नहीं करना चाहिए। इसी प्रकार बृहस्पति उच्च में सोना, पीली वस्तु, पुस्तक; शुक्र उच्च वाले को सिले हुए कपड़े और शनि उच्च वाले को शराब, मांस, अण्डा, तेल या लोहे का दान नहीं करना चाहिए। इसी प्रकार यदि ये ग्रह अशुभ या नीच पड़े हो तो इन ग्रहों की वस्तुओं का दान या मुफ्त में, नहीं लेना चाहिए। मन्दिर जाना वर्जित जब किसी जातक का दूसरा घर नं. 2 खाली हो और उसके आठवें घर में पापी ग्रह विशेष रूप से शनि आ बैठे तो उस जातक को मन्दिर नहीं जाना चाहिए। बाहर से ही अपने इष्टदेव को नमस्कार कर देना चाहिए। नं. 6, 8,12 में शत्रु ग्रह बैठे हो और नं. 2 खाली हो तब भी जातक के लिए मन्दिर जाना वर्जित है। 1. चन्द्र न. 6 वाला व्यक्ति यदि दूध या पानी का दान करे या कुआं, नल, तालाब लगवाये या उनकी मरम्मत करवाये तो दिन प्रतिदिन उस का परिवार घटता रहेगा, मृत्यु सर पर मड़राती रहेगी। (शमशान/अस्पताल में नल का कोई वहम नहीं)। 2. शनि 8 वाला व्यक्ति यदि सराय, धर्मशाला, यात्री निवास बनाये तो आप बेघर और निर्धन हो जाये। 3. शनि न. 1 बृहस्पति न. 5 भिखारी को यदि ताम्बें का पैसा या ताम्बे का बर्तन दे तो सन्तान नष्ट हो। 4. बृहस्पति 10 चन्द्र 4 यदि पूजा स्थान बनवाये तो झुठे आरोपों में फांसी तक पा सकता है। 5. शुक्र 9 वाला व्यक्ति यदि अनाथ बच्चों को गोद लेले या उन्हे आने पास रखे तो उसकी मिट्टी खराब। 6. चन्द्र न. 12 वाला यदि धर्मात्मा या साधु को प्रतिदिन रोटी खिलाये, दूध पिलाये, या बच्चों को निशुल्क शिक्षा का प्रबन्ध करे या स्कूल पाठशाला आदि खोले तो ऐसा कष्ट पायेगा कि अन्त समय कोई पानी तक देने वाला नहीं होगा। 7. बृहस्पति 7 वाला व्यक्ति किसी को वस्त्र दान न करे यदि करेगा तो आप र्निवस्त्र हो जायेगा। 8. सुर्य 7, 8 सुबह शाम का दान जहर बराबर।

No comments: